An Unbiased View of Fear Aur Dar Ko Kaise Jeetein – Tantrik Upay & Divya Sadhana
इन टिप्स की मदद से अपने डर को करें नियंत्रित
जैसे ही हमारे दिमाग से शरीर को संकेत मिलता है की कुछ खतरा हो सकता है तो शरीर अपनी अलग प्रतिक्रियाएं देता है.
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अब आप उसके साथ चले भी गए, अपना काम भी कर आये और सुरक्षित घर वापिस भी आ गए. जैसा आप सोच रहे थे वैसा कुछ नहीं हुआ, वो बस आपके मन का वहम था और आप बिना फालतू के डर रहे थे. तो बताइए डर डर कर जीने से क्या फायदा?
अपने डर को दूर करने का सबसे अच्छा तरीका यह है कि आप देखें और जानें कि आपको सबसे ज्यादा डर किस सिचुएशन में लगता है। उदाहरण के लिए, यदि आप मकड़ियों से डरते हैं, तो बिना डरे लगातार उनकी तरफ देखें। अगली बार, आप इसे छूने की कोशिश कर सकते हैं और फिर आखिर में, इसे अपने हाथ में पकड़ सकते हैं। एक बार जब आप इन सभी स्टेज को पूरा कर लेंगे तो आपके लिए यह संभव है कि आप उन सभी चीजों से दूर हो जाएं जिनसे आप डरते हैं।
ध्यान – अधिक जानकारी ध्यान करना सीखें
अक्सर हमारा डर समाज की अपेक्षाओं और जजमेंट से जुड़ा होता है। “लोग क्या कहेंगे?” इस एक सवाल ने हजारों सपने रोक दिए।
सभी इंसानों में उनके विचार, निर्णय और आदतें छ: मानवीय जरूरतों से प्रभावित रहतीं है। हममें से बहुतों के लिए निश्चित चीजों का होना एक जरूरत है। जब कभी हमारे साथ ऐसा कुछ होने लग जाता है जिसके विषय में हमने कभी सोचा नहीं तो हमें डर लगने लगता है, कुछ अनिश्चित होने का डर ही हमें हमारे कंफर्ट जोन से बाहर निकलने नहीं देता। जिससे हम कभी अपने डर के आगे देख ही नहीं पाते और एक ही जगह फंसे रहते हैं।
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स्ट्रेस से उबरने का आपका अपना क्विक फॉर्मूला क्या है?
इसमें पीड़ित व्यक्ति को किसी भी चीज, स्थान, परिस्थिति और वस्तु को लेकर डर हो सकता है। डर लगने की स्थिति में अत्याधिक और ओवर रिएक्शन शामिल होता है। जब डर जरूरत से ज्यादा बढ़ जाए तो वह मानसिक विकार का रूप ले लेता है।
आप उसके साथ जाने से पहले ही ये सोच सोचकर डरते रहते हैं की कहीं वो मुझे गिरा ना दे और मैं मर ना जाऊं.
इस हालत में, click here मैं एकदम कोने में जाकर बैठ गई और मैंने कुछ देर तक ध्यान किया। उन चंद मिनटों के गहरे मौन के बाद मानो कि कोई जादू ही हो गया हो। मैं अंदर से एकदम शांत हो गई और मुझे एक नया आत्मविश्वास मिल गया।
चिंता हमारे दैनिक जीवन का हिस्सा है। जब हम चिंता करते हैं तब हमारा दिमाग विचारों के एक भंवर में फंस जाता है। यही विचार डर को जन्म देते हैं।